अब रेल यात्रा होगी सुखद अनुभव
रेल आरक्षण अब चार महीने पहलेरेल मंत्री ने हालांकि किसी नई ट्रेन की घोषणा नहीं की लेकिन कहा कि रेल नेटवर्क में अधिक ट्रेनों को चलाने की क्षमता की समीक्षा की जा रही है. इसके बाद ही नई गाड.ियों की घोषणा की जा सकेगी. अब रेल आरक्षण यात्रा से 120 दिन पहले कराए जा सकते हैं, अभी यह समय सीमा 60 दिन है. रेल इस बयान पर कई सदस्यों ने असंतोष का भाव व्यक्त किया. 400 स्टेशनों पर वाई-फाई सुविधा
400 नए स्टेशनों पर वाई-फाई सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. 'ए 1' और 'ए' श्रेणी के स्टेशनों के बाद अब 'बी' श्रेणी के स्टेशनों पर वाई-फाई सुविधा प्रदान करने का प्रस्ताव किया गया है.
9 तीव्र गति कॉरिडोरभारतीय रेल को तीव्र गति प्रदान करने के मकसद से नौ तीव्र गति रेलवे कॉरिडोर बनाए जाएंगे. 3438 लेवल क्रॉसिंग बंद करने के लिए 6581 करोड. रुपए का प्रावधान किया गया है और रेलवे के व्यय में 26 गुना की वृद्धि होगी. प्रभु को नहीं मिला प्रभु से जवाब!
रेलवे की हालत सुधारने के लिए रेल मंत्री ने प्रभु (भगवान) से गुहार लगाई थी लेकिन उन्हें प्रभु से कोई जवाब नहीं मिला. प्रभु ने जब इस बात का जिक्र किया तो पूरा सदन ठहाकों से गूंज उठा. उन्होंने कहा, ''रेलवे की हालत को देखकर मन में सवाल उठता है- हे प्रभु ये कैसे होगा? प्रभु ने तो जवाब नहीं दिया, तब ये प्रभु ने सोचा कि गांधीजी जिस साल भारत आए थे उनकी शताब्दी वर्ष में भारतीय रेलवे को एक भेंट मिलनी चाहिए कि परिस्थिति बदल सकती है, रास्ते खोले जा सकते हैं.'' उन्होंने कहा, ''ट्रेनों और अपर बर्थ के लिए सीढ.ियां सुधारी जाएंगी. मिडिल बर्थ को मेरे जैसे बूढ.ों और महिलाओं के लिए रिर्जव किया जाएगा.'' प्रभु के इस बयान पर भी ठहाके लगे, जब उन्होंने कहा, ''दिल्ली-कोलकाता के बीच हाईस्पीड कॉरिडोर बनाया जाएगा, ताकि पश्चिम बंगाल के मेरे दोस्त तेज यात्रा कर सकें.''
ट्रेनें तो कभी भी चला लेंगे :बजट में नई ट्रेनों की घोषणा नहीं किए जाने के बारे में पूछे जाने पर प्रभु ने कहा कि नई ट्रेनें कभी भी चलाई जा सकती हैं. मैंने बजट में परियोजनाओं पर ज्यादा ध्यान दिया है.
आम लोगों को खुश करने वाली घोषणाएं..
कंफर्म सीटों की बढ.ती मांग को पूरा करने के लिए सवारी डिब्बों की संख्या में वृद्धि करके अधिक बर्थ उपलब्ध कराई जाएंगी. कुछ चिह्न्ति ट्रेनों की क्षमता बढ.ाने के उद्देश्य से उनमें 24 सवारी डिब्बों के स्थान पर 26 डिब्बे जोडे. जाएंगे. महिलाओं और बुजुगरें को लोअर बर्थ प्राथमिकता के साथ दी जाएगी. आम जनता के लिए चिह्न्ति गाड.ियों में अनारक्षित डिब्बों की संख्या भी बढ.ाई जाएगी. साधारण डिब्बों में यात्रियों की सुविधा के लिए मोबाइल चार्जर लगाए जाएंगे. महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महिला कोचों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. नई दिल्ली। 26 फरवरी (ब्यूरो)
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने वर्ष 2015-16 का रेल बजट पेश करते हुए कहा कि वह यात्री किराए में कोई वृद्धि नहीं कर रहे हैं. विभिन्न उपायों से रेल यात्रा को सुखद अनुभव बनाने की दिशा में प्रयास किए जाएंगे. अत्यधिक यातायात वाली लाइनों पर ट्रेनों की गति बढ.ाने के मकसद से दोहरीकरण, तिहरीकरण एवं विद्युतीकरण की 77 परियोजनाओं का ऐलान किया गया है. स्टेशनों के पुनर्विकास, नेटवर्क के विस्तार, सुरक्षा एवं संरक्षा, प्रबंध प्रक्रिया एवं प्रणालियों में सुधार, रेलवे की वित्तीय स्थिति को मजबूत बनाने के लिए पीपीपी, वैश्विक एवं निजी संगठनों के साथ सहयोग की पहल की घोषणा की गई है. रेलवे में साफ-सफाई, मानव संसाधन विकास, ऊर्जा संरक्षण पर भी अब ज्यादा ध्यान दिया गया है.
घर से सामान उठाकर गंतव्य तक पहुंचाने की तैयारी
माल ढुलाई को सरल बनाने के उद्देश्य से नई कंपनी ट्रांसलोक बनाने की घोषणा की जो ग्राहकों के दरवाजे से सामान उठाकर गंतव्य तक पहुंचाएगी. रेल मंत्री ने कोयला, सीमेंट, पेट्रोलियम उत्पाद, लौह एवं इस्पात जैसे उत्पादों के माल ढुलाई की दरों में वर्गीकरण के जरिए कुछ संशोधन का प्रस्ताव किया है. बजट में उत्पादों की ढुलाई के दूरी एवं उत्पादों के हिसाब से ऐसा वर्गीकरण किया गया है, जिससे कुछ उत्पादों का माल भाड.ा 2 से 10 फीसदी तक बढ. सकता है. 'ऑपरेशन 5 मिनट'
अनारक्षित टिकट खरीदने वालों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेल बजट में 'ऑपरेशन 5 मिनट' शुरू करने की घोषणा की गई है ताकि इन्हें खरीदने में पांच मिनट से ज्यादा समय नहीं लगे. प्रारंभिक तथा गंतव्य स्टेशनों पर ट्रेनों के आगमन, प्रस्थान की जानकारी देने के लिए एसएमएस अलर्ट का प्रस्ताव किया गया है जो गाड.ी के आने से 15 से 30 मिनट पहले भेजा जाएगा. बिना इंजन वाली 'ट्रेन सेट' दौडे.गी
रेल मंत्री ने दो वर्ष के भीतर बुलेट ट्रेन जैसी 'ट्रेन सेट' दौड.ाने का भी संकेत दिया है, जिससे यात्रा समय में 20 फीसदी की कमी आ जाएगी. एक आधुनिक गाड.ी प्रणाली जिसे 'ट्रेन सेट' कहा जाता है, को शुरू करने का प्रस्ताव है. यह डिजाइन में बुलेट ट्रेन के समान है और इन्हें इंजन के बिना मौजूदा पटरियों पर भी चलाया जा सकता है. मुंबई-अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन
मुंबई और अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन का रास्ता साफ हो गया है. रेल मंत्री ने कहा, 'हम अत्यंत जोश के साथ उच्च रफ्तार की ट्रेन चलाने की अपनी विशेष परियोजनाओं को जारी रखेंगे. इस बुलेट ट्रेन के संदर्भ में व्यवहारिकता अध्ययन अंतिम चरण में है. इसकी रिपोर्ट इस वर्ष के मध्य तक प्राप्त हो जाने की उम्मीद है. रिपोर्ट प्राप्त हो जाने के बाद इस बारे में 'त्वरित और उपयुक्त' कार्रवाई की जाएगी. हीरक चतुभरुज पर अन्य हाई स्पीड मागरें के संबंध में भी अध्ययन शुरू किए जा रहे हैं.
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